महाविद्यालय में प्रवेशार्थी प्यारे बच्चों आपका स्वागत है|
.................."जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा की जरुरत है, डिग्री की नहीं, हमारी डिग्री हैं हमारा सेवा भाव हमारी नम्रता हमारे जीवन की सरलता अगर यह डिग्री नहीं मिली अगर हमारी आत्मा जागृत नहीं हुई, तो कागज की डिग्री व्यर्थ है-"
मुंशी प्रेमचन्द
..................शैक्षिक रूप से अग्रणी उत्तर प्रदेश के रोहिलखण्ड परिक्षेत्र में उत्तराखण्ड की सीमा के निकट ग्रामीणांचल में स्थित यह महाविद्यालय सन 1973 ई0 में अपनी स्थापना के पश्चात् से ही शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, नैतिक, एवं मानवीय मूल्यों के उच्चतम स्तर को अन्तार्निविष्ट करने के उदेश्य के लिए सदा सर्वदा अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई है| इस महाविद्यालय ने तेजी से बदलते परिदृश्य एवं चुनौतियों के मध्य युवा मन को आकार देने व शैक्षणिक उत्कृष्टता तथा आदर्श शैक्षणिक माहौल के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई है| महाविद्यालय ने राज्य सरकार एवं यू.जी.सी. के निर्देशों के अनुरूप नई शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षा व्यवस्था, रोजगार तथा नवाचार की दिशा में किये गए प्रयास जैसे- ऑनलाइन कक्षाएं, निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षाएं, ई-लर्निंग, स्टार्ट अप एवं उद्यमिता सम्बन्धी कार्यशाला, रोवर-रेंजर्स, राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आदि के द्वारा वियाथियों के सर्वांगीण विकास का दृढसंकल्प है|
..................वर्तमान में साईवर युग की चुनौतियों के बीच समान जीवन के बिभिन्न क्षेत्रों में 21वीं सदी के भारत के भावी नेतृत्व को प्रशिक्षित करने के लिए अर्द्धशतकाधिक शिक्षकों के बल पर अहर्निश है| हम अपने विद्यार्थियों को ऐसा वातारण उपलब्ध कराने का प्रयास करते है, कि प्रत्येक अपनी रूचि एवं प्रतिभा को क्रिस्टलाइज़ कर सके| विद्यार्थियों में सृजनात्मक और स्वतंत्र विचार शीलता उत्पन्न करने के लिए विभिन्न कार्यकर्मो में हम उनकी सहभागिता को प्रोत्साहित करते है| हमारा प्रयास है कि छात्र-छात्रओं को श्रेष्ठ आधारिक संरचना उपलब्ध हो| यह महाविद्यालय शैक्षणिक उत्कृष्टता, विशिष्ट परम्परा, वृहद पुस्तकालय, सुसज्जित प्रयोगशालाओं, भव्य भवनों तथा कृषि संकाय के विद्यार्थियों हेतु प्रयोग के लिए वृहद भूमि क्षेत्र आदि के समवेत गुणों से क्षेत्र में अद्वितीय एवं अग्रगण्य है|
..................अंतस में महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्रओं से अपेक्षा करता हूँ, कि वे अपनी उर्जा को सृजनात्मकता की दिशा में उन्मुख करें| जिससे स्वयं उनका, उनके परिवार, समाज तथा राष्ट्र का कल्याण हो| “प्रिये सर्वस्य पश्चात्” की भावना के प्रति हम सर्वदा प्रतिबद्ध है| नियमित कक्षाओं का संचालन, शुचितापूर्ण परीक्षा एवं महाविद्यालय परिसर का उत्कृष्ट शैक्षाणिक वातावरण सदैव हमारी प्राथमिकता में है|
.................."The woods are lovely, dark and deep. But I have promises to keep, and miles to go before I sleep."
ROBERT FROST
..................उज्जवल भविष्य की मंगल कामनाओं सहित|
प्रो.(डा.) हरिकेश सिंह
प्राचार्य